क्या आप भी उत्तर भारत की चिलचिलाती गर्मी से परेशान हैं? तो चलिए आज हम आपको ले चलते हैं भारत के उत्तर-पूर्वी राज्यों की उन खूबसूरत वादियों में जहाँ मई के महीने में भी तापमान 20°C से नीचे रहता है। ये जगहें न सिर्फ आपको गर्मी से राहत देंगी बल्कि आपकी आँखों को प्राकृतिक सुंदरता का भरपूर आनंद भी देंगी।
1. नॉर्थ सिक्किम – हिमालय की गोद में बसा स्वर्ग
समुद्र तल से 2000 मीटर की ऊँचाई पर स्थित नॉर्थ सिक्किम प्रकृति प्रेमियों के लिए वाकई स्वर्ग से कम नहीं है। यहाँ मई-जून में भी तापमान 10-20°C के बीच रहता है।
क्यों जाएँ?
- कंचनजंघा के मनोरम दृश्य
- युमथांग घाटी जिसे “सिक्किम का स्विट्जरलैंड” कहा जाता है
- गुरुडोंगमर झील – दुनिया की सबसे ऊँची झीलों में से एक
यात्रा टिप्स:
- गंगटोक से परमिट लेना अनिवार्य है
- वाहन चार पहिया ड्राइव वाला ही ले जाएँ
2. सेला दर्रा – अरुणाचल का बादलों से घिरा रहस्य
तवांग से महज कुछ किलोमीटर दूर स्थित सेला दर्रा उत्तर-पूर्व की सबसे ठंडी जगहों में से एक है। यहाँ मई में भी तापमान 12-20°C के बीच रहता है।
मुख्य आकर्षण:
- सेला झील जो साल भर जमी रहती है
- बौद्ध प्रार्थना झंडे जो पूरे दर्रे को सजाते हैं
- हिमालय की बर्फीली चोटियों के मनोरम दृश्य
3. चेरापूंजी – बादलों का नृत्य करता शहर
दुनिया के सबसे अधिक वर्षा वाले स्थानों में से एक चेरापूंजी मई में भी अपनी ठंडी हवाओं और हरियाली के लिए मशहूर है।
क्या देखें?
- नोहकलिकाई जलप्रपात – भारत का सबसे ऊँचा झरना
- लिविंग रूट ब्रिज – प्रकृति और मानवीय सूझबूझ का अद्भुत नमूना
- मावस्मई गुफा – रहस्यमयी प्राकृतिक गुफा

4. गंगटोक – सिक्किम की रंगीन राजधानी
सिक्किम की राजधानी गंगटोक न सिर्फ हनीमून के लिए बल्कि गर्मियों में छुट्टी बिताने के लिए भी आदर्श स्थान है।
अनुभव करें:
- रोपवे से शहर का पैनोरमिक दृश्य
- एन्ची मठ – सिक्किम का सबसे पुराना बौद्ध मठ
- मगन बाजार – स्थानीय हस्तशिल्प और संस्कृति की झलक
यात्रा सुझाव:
- सही समय: मई-जून सबसे अच्छा समय है
- कपड़े: हल्के ऊनी कपड़े जरूर ले जाएँ
- परमिट: कई जगहों के लिए इनर लाइन परमिट की आवश्यकता होती है
- स्वास्थ्य: उच्च ऊँचाई वाले स्थानों के लिए शारीरिक तैयारी जरूरी
नॉर्थ ईस्ट इंडिया की ये ठंडी वादियाँ न सिर्फ आपको गर्मी से राहत देंगी बल्कि आपके मन को शांति और आँखों को अद्भुत नज़ारों से सराबोर कर देंगी। तो इस बार गर्मियों की छुट्टियों में कुछ अलग करने की सोच रहे हैं तो नॉर्थ ईस्ट की इन खूबसूरत जगहों पर जाना न भूलें!
नॉर्थ ईस्ट इंडिया घूमने का सबसे अच्छा समय कौन सा है?
नॉर्थ ईस्ट भारत घूमने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से अप्रैल तक है। इस दौरान मौसम सुहावना रहता है और बारिश कम होती है। सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश जैसे ऊँचाई वाले इलाकों में मार्च-जून बेहतरीन होता है, जबकि मेघालय और असम में नवंबर-फरवरी आदर्श है।
क्या नॉर्थ ईस्ट में यात्रा करने के लिए परमिट की जरूरत होती है?
हाँ, कुछ इलाकों के लिए इनर लाइन परमिट (ILP) या प्रोटेक्टेड एरिया परमिट चाहिए:
अरुणाचल प्रदेश: सभी विदेशियों और भारतीयों (गैर-स्थानीय) के लिए ILP जरूरी
नागालैंड और मिजोरम: भारतीयों के लिए ILP नहीं, लेकिन विदेशियों के लिए रिस्ट्रिक्टेड एरिया परमिट (RAP)
सिक्किम: कुछ सीमावर्ती इलाकों (जैसे नाथुला पास) के लिए परमिट
नॉर्थ ईस्ट में कौन सी एक्सपीरियंस याद नहीं भूलनी चाहिए?
मेघालय: चेरापूंजी के लिविंग रूट ब्रिज पर जाएँ
सिक्किम: गुरुडोंगमर झील (18,000 फीट) का अद्भुत नज़ारा
असम: काजीरंगा नेशनल पार्क में वन्यजीव सफारी
अरुणाचल: तवांग मठ (भारत का सबसे बड़ा बौद्ध मठ)